कोविड-19 वैश्विक महामारी मैं ला0ला0रा0स्मा मेडिकल कॉलेज मेरठ के बाल एवं शिशु रोग विभाग की चिकित्सकों के द्वारा कड़ी मेहनत के बाद नवजात शिशु की जान बचाई (विभागध्यक्ष विजय जयसवाल)
मेरठ क्षेत्र में कोविड-19 वैश्विक महामारी मैं ला0ला0रा0स्मा मेडिकल कॉलेज मेरठ के बाल एवं शिशु रोग विभाग की चिकित्सकों के द्वारा पूर्ण निष्ठा एवं सम्पूर्ण के साथ कोविड-19 से संक्रमित बच्चों एवं कोविड-19 से संक्रमित प्रसूताओ के नवजात शिशुओं को सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है बाल रोग विभाग के समस्त डॉक्टर एवं स्टाफ के साथ अभी तक सम्पन्न कर चुके हैं जो कि प्रदेश में दूसरे सर्वाधिक करोना संक्रमित प्रसूताओ के शिशु है इनमें से लगभग 10 नवजात शिशु प्रारम्भिक चिकित्सा के उपरान्त कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अभिभावक को जो की करोना नेगेटिव थे को हस्तांतरित किए गए परंतु कुछ नवजात शिशु जो गम्भीर रूप से बीमार भी थे उन्हें आक्सीजन सी0पैप, एन्टीबॉयोटिक तथा नर्सिंग केयर प्रदान करें लंम्बे इलाज के उपरान्त पूर्णत स्वास्थ होने पर टीकाकरण के उपरांत डिस्चार्ज किया गया कोविड-19 से संक्रमित प्रसूता का एक नवजात जिसका प्रसव अस्पताल लाने के दौरान एंबुलेंस में डी डो गया था डॉक्टरों द्वारा उसका समुचित इलाज किया जा रहा है और वह अब खतरे से बाहर है यह हमारे चिकित्सालय में दिनांक 11-07-2020 को भर्ती किया गया था और प्रारम्भ ऑक्सीजन व सूंई के द्वारा दवाईयां देकर इलाज किया गया अब बच्चा खतरे से बाहर है एक अन्य कोरोना संक्रमित प्रसूता के शिशु के जन्म के ठीक पहले धड़कन अत्याधिक कम थी ऐसा स्त्री एवं प्रसूता रोग विभाग की डॉक्टर द्वारा बताया गया था जोकि बाल रोग विभाग की टीम के द्वारा शिशु को बहुत अच्छी तरह से Resuscitate, किया गया था बच्चा एन0आई0सी0यू0 मे 10 दिन तक गम्भीर रूप से बीमार रहा और उसका इलाज वेंटिलेटर के माध्यम से भी किया गया था चिकित्सकों की कठिन मेहनत के उपरांत शिशु को सकुशल छुट्टी दे दी गयी कोरोना संक्रमित मरीज जो कि दिनांक- 28-06-2020 को करोना आईसोलेशन वार्ड मैं भर्ती किया गया था और वह टाईप-1 डायबटिज (मधुमेह) के साथ गम्भीर रूप से बीमार था उसको कोरोना के इलाज के साथ साथ इन्सुलिन भी दिया गया एवं 10 दिन के इलाज के उपरान्त सकुशल चिकित्सालय से डिस्चार्ज किया गया