मेरठ मेडिकल में लावारिस नवजात को मिली नहीं जिंदगीमेरठ मेडिकल कॉलेज में एक लावारिस नवजात बच्ची को नई जिंदगी मिली है 5 जून की सुबह एक नवजात को पुलिसकर्मियों के माध्यम से मेडिकल में भर्ती कराया गया भर्ती के समय नवजात मैच कुछ घंटों पहले ही पैदा हुई थी जिसका वजन एवं तापमान भी कम था और आक्सीजन भी कम थी बाल रोग विभाग के एनआईसीयू में भर्ती कर इलाज किया गया विभागाध्यक्ष डॉ विजय जायसवाल एवं डॉ नवरत्न गुप्ता ने बताया की सभी डॉक्टरों एवं नसौ की मेहनत के फलस्वरूप बच्ची को 10 दिन बाद चिकित्सालय से छुट्टी कर बाल कल्याण समिति को सौंपा गया बच्ची का इलाज करने वाली महिला डॉ अनुपमा वर्मा डॉ शंशाक डॉ दीप्ती डॉ कपिल डॉ पायल डॉ निशांत डॉ अल्पा राठी डॉ दीप्ति डॉ अनिक डॉ तन्वी डॉ वान्या एवं समस्त स्टाफ थीं प्रधानाचार्य डॉ एसके गुप्ता मुख्य अधीक्षक डॉ धीरज राज मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ रचना चौधरी ने बाल रोग विभाग की टीम की सराहना करते हुए भविष्य में बेहतर इलाज एवं कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया और यह भी बताया कि हमारे होनार बच्चे और बच्चियां इसी तरीके से मेहनत करते रहे तो 1 दिन हमारे देश का नाम रोशन करेंगे