जो देश पूरे विश्व को शांति और एकता का संदेश देता है और हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई जैसे विचार रखता हैं वहां ऐसा क्यों हो रहा
जो देश पूरे विश्व को शांति और एकता का संदेश देता है और हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई जैसे विचार रखता हैं वहां ऐसा क्यों हो रहा
हमारा देश लोकतांत्रिक देश हैं और लोगों को अपनी बात कहने का कानून दायरा तय किया हुआ है। लेकिन आज लोग इसी कानून को हाथ में लेकर उसे तार-तार कर रहे हैं!राजधानी दिल्ली में जब ऐसे हालात है कि किसी देश का राष्ट्रपति दिल्ली आया हो और उसी शहर का एक इलाका दंगों की आग में झुलस रहा हो, तो इससे हमारी क्या छवि दुनिया में बनेगी। क्या हम अपने देश की यही तस्वीर दुनिया के सामने पेश करना चाहते थे।
सचमुच, यह विचारणीय है? कि कितने लोगों ने अपने परिजनों को खोया, किसी के घर का चिराग आग में जल कर तो किसी का गोली लग कर बुझ गया। जो देश पूरे विश्व को शांति और एकता का संदेश देता है और हिंदू, मुसलमान, सिख, ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई जैसे विचार हों, वहां ऐसा हो रहा है। जिस देश में महात्मा गांधी ने अहिंसा का पाठ पढ़ाया, वही आज हिंसा की पराकाष्ठा पार कर रहा है। क्या बापू को हम यही श्रद्धांजलि दे रहे हैं। *लोग जानते है कि हिंसा से सिर्फ नुकसान होगा और नफरत बढ़ेगी
लेकिन राजनीतिक दलों के लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेक सकें, इसलिए दंगों को हवा दी जाती है!यह हकीकत किसी से छिपी नहीं है।